विशेश्वरगंज जनपद के अंतर्गत मुंडेरवा सरहदी संविलियन विद्यालय में रियलिटी चेक के दौरान वहां के बच्चे थाली धोते नज़र आये, कायाकल्प होने के बावजूद विद्यालय की छत जर्जर व टपकती दिखी तथा कमरे में पानी फैला हुआ था.
गंदगी से भरे शौचालय का बंद ताला शिक्षक के अथक प्रयास के बाद भी नहीं खुला जो यह दर्शाता है कि बंद ताले को खोलने से किसी राज़ का पर्दाफाश होगा. दो हैंडपम्पों में से एक ख़राब मूक दर्शक बना अपनी कहानी स्वयं बता रहा था.
रसोइयों ने पढ़े पढ़ाये और रटे रटाये शब्दों से संतुष्ट करने का भरसक प्रयास किया. वहां के बच्चों से पूछने पर पता चला कि बृहस्पतिवार को मेनू के अनुसार दाल रोटी बनना चाहिए जबकि बना दाल चावल था.
प्रधान शिक्षक से इस विद्यालय की दुर्दशा के बारे में पूछने पर उन्होंने गोलमटोल जवाब देते हुए हर बिंदु पर पर्दा डालने का प्रयास किया, खंड शिक्षा अधिकारी ने उचित कार्यवाही हेतु आश्वासन दिया है बाकि सत्यापन के बाद ही दूध का दूध और पानी का पानी होगा.
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