अनवर अयान, दिल्ली
महाराष्ट्र की सियासत में जिस तरह का सियासी घमासान देखने को मिल रहा है, उस तरह से लगता है अब यह घमासान हर विधानसभा चुनाव व उपचुनावों में देखने को मिलेगा. क्योंकि शिवसेना की राह पर निकली लोजपा ने भी यह साफ कर दिया है कि वह भी राज्य में होने वाले उपचुनाव में BJP से अलग होकर अपनी राह खुद बनाएंगी.
इससे यही अनुमान लगाया जा रहा है कि शिवसेना की तरह लोजपा ने भी झारखंड के होने वाले उपचुनावों में पूरी 50 सीटों पर अकेली चुनाव लड़ेंगी. जिससे NDA को महाराष्ट्र में शिवसेना के बाद अब झारखंड में भी लोजपा से उसके संबंध खत्म होने की खबर है. क्योंकि लोजपा ने भी मंगलवार को एलान किया है कि वह भी इस बार BJP के साथ नहीं जाकर अकेले चुनाव लड़ेंगी.

इस बारे में खुद लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने अधिकारिक ट्वीटर अकाउंट पर बताया है कि झारखंड में चुनाव लड़ने का आख़िरी फ़ैसला प्रदेश इकाई को लेना था. लोक जनशक्ति पार्टी झारखंड प्रदेश इकाई ने यह फ़ैसला लिया है पार्टी 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. आज शाम तक पार्टी के उमीदवारों की पहली सूची का एलान हो जाएगा.
इसके बाद यह साफ हो गया कि Lok Jan shakti party BJP से अपने पुराने रिश्तों को तोड़ कर एक नई राह पर अग्रसर हो चुकी है, महाराष्ट्र और झारखंड में आए इस सियासी तूफान को देखकर तो यही लगता है कि लोकसभा में भारी बहुमत से सत्ता हासिल करने वाली BJP को देश के राज्यों में अपनी सत्ता को फिर से काबिज करने के लिए एहतियातन कदम उठाने की जरूरत है क्योंकि महाराष्ट्र और झारखंड में हुए अलगांव के बाद अब कही अन्य राज्यों में भी विभिन्न क्षेत्रीय पार्टियां अपने गठबंधन को तोड़ने की कवायदें ना शुरु कर दे, देखना होगी कि इस तरह कि सियासी तूफानों से BJP अपने आप को किस तरह से बचा पाएंगी .