ब्यूरो रिपोर्ट , जम्मू & कश्मीर। भारतीय डाक विभाग के तहत इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने ‘निवेशक दीदी’ पहल की शुरुआत की। इसके अंतर्गत श्रीनगर में डल झील में भारत का पहला पानी में तैरता “वित्तीय साक्षरता शिविर” आयोजित किया। निवेशक दीदी पहल महिलाओं के लिए उनकी विचारधारा पर आधारित है, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अपने प्रश्नों को एक महिला के साथ साझा करने में अधिक सहज महसूस करती हैं.
क्या है निवेशक दीदी योजना
1 निवेशक दीदी योजना को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) के तत्त्वाधान में निवेशक शिक्षा और संरक्षण कोष प्राधिकरण (IEPFA) के सहयोग से IPPB द्वारा लॉन्च किया गया है।
2 इस योजना में बैंकिंग और वित्तीय उत्पादों, विनियमित संस्थाओं द्वारा दी जाने वाली मुख्यधारा की वित्तीय सेवाओं में शामिल होने के महत्त्व एवं निवेश से जुड़े विभिन्न प्रकार के जोखिमों तथा धोखाधड़ी की रोकथाम के उपायों से सुरक्षा जैसे विषय शामिल थे।
आईपीपीबी क्या है ?
आईपीपीबी भारत सरकार के स्वामित्व वाली 100% इक्विटी के साथ संचार मंत्रालय के डाक विभाग के तहत स्थापित किया गया है। आईपीपीबी का मूल उद्देश्य बैंक सुविधाओं रहित लोगों के लिये बाधाओं को दूर करना है और 160,000 डाकघरों (ग्रामीण क्षेत्रों में 145,000) एवं 400,000 डाक कर्मचारियों वाले नेटवर्क का लाभ अंतिम मील तक पहुँचाना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने निवेशक दीदी के तहत जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर की डल झील में भारत का पहला ‘तैरता हुआ वित्तीय साक्षरता शिविर’ का संचालन करने के लिए आईपीपीबी की सराहना की है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के एक ट्वीट के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा;
“अद्भुत पहल, जो महिला सशक्तिकरण को और मजबूत करेगी!”